बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान का निधन
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता इरफान खान (Irrfan Khan) अब हमारे बीच नहीं रहे.
बुधवार को मुंबई के हॉस्पिटल में उन्होंने अपनी आखिरी सांसें लीं. सबसे पहले फिल्म डायरेक्टर शूजित सरकार ने एक ट्वीट
के जरिए यह जानकारी दी.इरफान खान 54 साल के थे.
My dear friend Irfaan. You fought and fought and fought. I will always be proud of you.. we shall meet again.. condolences to Sutapa and Babil.. you too fought, Sutapa you gave everything possible in this fight. Peace and Om shanti. Irfaan Khan salute.
— Shoojit Sircar (@ShoojitSircar) April 29, 2020
अपनी अदाकारी से हर किसी के दिल पर राज करने वाले फिल्म अभिनेता इरफान खान का बुधवार को निधन हो गया. मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में इरफान खान ने 54 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. इरफान काफी लंबे वक्त से बीमार थे और बीते दिनों ही उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. दिग्गज कलाकार के जाने से बॉलीवुड में शोक का माहौल है.
2018 से चल रहा इलाज
बता देंं 2018 में इरफान खान को न्यूरोइंडोक्राइन ट्यूमर का पता चला था। लंदन में उनका इलाज चल रहा था। इसके बाद उनकी तबीयत में सुधार होने के बाद वह भारत वापस आ गए थे।
अस्पताल के बयान के मुताबिक, इरफान खान पेट की समस्या से जूझ रहे थे, उन्हें Colon infection हुआ था. फिल्म डायरेक्टर शूजीत सरकार ने इरफान खान के निधन की जानकारी सबसे पहले दी, उसके बाद अस्पताल की ओर से बयान जारी किया गया.
बॉलीवुड के टैलेंटेड अभिनाताओं में शामिल इरफान खान के यूं अचानक चले जाने से उनके फैंस और बॉलीवुड सेलेब्स सदमे में हैं. दो साल पहले मार्च 2018 में इरफान को न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी का पता चला था.
विदेश में इस बीमारी का इलाज कराकर इरफान खान ठीक हो गए थे. भारत लौटने के बाद इरफान खान ने अंग्रेजी मीडियम में काम किया था. किसे पता था ये फिल्म इरफान की जिंदगी की आखिरी फिल्म साबित होगी.
स्किप हो गई थी कीमोथेरपी
करीबी बताते हैं, ‘फिल्म अंग्रेजी मीडियम की शूटिंग के दौरान इरफान खान को एक कीमो थैरपी करवानी थी, लेकिन शूटिंग के चलते उनका वह ट्रीटमेंट स्किप हो गया। इस वजह से फिल्म की शूटिंग के दौरान भी कई बार उन्हें तकलीफ होती थी, लेकिन बाहरी तौर पर उनकी परेशानी नहीं दिखाई दे रही थी। 2 महीने पहले यानी होली के पहले उनकी तबियत फिर से बिगड़ गई थी, बस उसके बाद लगातार उनकी तबियत बिगड़ती गई। अभी 10 दिन पहले जब उनकी परेशानी और ज्यादा बढ़ गई, तब उन्हें कोकिलाबेन में ऐडमिट करवा दिया गया। इस बार हॉस्पिटल में वह अपनी बीमारी से बहुत संघर्ष कर रहे थे।’
जन्म साहबजादा इरफ़ान अली ख़ान
7 जनवरी 1967 (आयु 53)
जयपुर, राजस्थान, भारत
मृत्यु 29 अप्रैल 2020
मुंबई, महाराष्ट्र, भारत
मृत्यु का कारण कैंसर
राष्ट्रीयता भारतीय
अन्य नाम इरफान
व्यवसाय फिल्म अभिनेता, चलचित्र निर्माता
जीवनसाथी सुतापा देवेन्द्र सिकदर (वि॰ 1995)
बच्चे 2
शाहबजादे इरफान अली खान (इरफ़ान ख़ान, इरफान)
(जन्मः ७ जनवरी १९६७, मृत्यु: २९ अप्रैल २०२०) हिन्दी अंग्रेजी फ़िल्मों, व टेलीविजन के एक कुशलअभिनेता रहे हैं।
उन्होने द वारियर, मकबूल, हासिल, द नेमसेक, रोग जैसी फिल्मों मे अपने अभिनय का लोहा मनवाया।
हासिल फिल्म के लिये उन्हे वर्ष २००४ का फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ खलनायक पुरस्कार भी प्राप्त हुआ। वह बालीवुड की ३०
से ज्यादा फिल्मों मे अभिनय कर चुके हैं। इरफान हॉलीवुड मे भी एक जाना पहचाना नाम हैं। वह ए माइटी हार्ट,
स्लमडॉग मिलियनेयर और द अमेजिंग स्पाइडर मैन फिल्मों मे भी काम कर चुके हैं। 2011 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया।
60वे राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2012 में इरफ़ान खान को फिल्म पान सिंह तोमर में अभिनय के लिए श्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार दिया गया।
व्यक्तिगत जीवन
इरफान का जन्म ७ जनवरी १९६७ को जयपुर, राजस्थान मे हुआ था।
इनकी मृत्यु 29 अप्रैल 2020 को आँत में संक्रमण के कारण मुम्बई के कोकिलाबेन अस्पताल में हुई,
इन्होने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। २३ फ़रवरी १९९५ को इरफान ने सुतपा सिकदर
से शादी की। सुतपा भी राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से सम्बन्ध रखती हैं।
प्रमुख फिल्में
वर्ष फ़िल्म चरित्र
2017
करीब करीब सिंगल योगी
2013
डी-डे वली खान
2011
ये साली ज़िन्दगी अरुण
सात खून माफ़ वासिउल्लाह खान
थैंक यू विक्रम
2010
राईट या राँग विनय पटनायक
हिस्स विक्रम गुप्ता
नोक आउट बच्चू/ टोनी खोसला
2009
एसिड फैक्ट्री काइज़र
बिल्लू बारबर बिल्लू/विलास परदेसी
न्यूयॉर्क रोशन (ऍफ़बीआई ऑफिसियल)
2008
भोपाल मूवी
स्लमडॉग मिलियनेयर पुलिस इंस्पेक्टर
क्रेजी 4 डॉ॰ मुखर्जी
देहली 6
रोड टू लद्दाख शफ़ीक
संडे कुमार
2007
लाइफ़ इन अ… मेट्रो मोंटी
अ माइटी हार्ट
पार्टीशन अंग्रेजी फ़िल्म
मेरीडीयन देवराज
माइग्रेशन अभय
2006
द नेमसेक
द किलर
यूँ होता तो क्या होता
सैनिकुडु तेलुगु फ़िल्म
सिर्फ़ २४ घंटे
मिस्टर १००%
2005
दुबई रिटर्न
रोग
बुलेट
7½ फेरे मनोज
चेहरा चन्द्रनाथ दीवान
चॉकलेट
गरम
2004
शैडो ऑफ टाइम अंग्रेजी फ़िल्म
आन
चरस
2003
मकबूल मकबूल
हासिल
द बाइपास पुलिस वाला
धुंध अजीत खुराना
फुटपाथ शेख
सुपारी
2002
काली सलवार
गुनाह ए सी पी दिग्विजय पाँडे
बोकशू द मिथ अंग्रेजी फ़िल्म
प्रथा अंग्रेजी फ़िल्म
2001
द वॉरियर
कसूर
2000
घात
1998
सच अ लौंग जर्नी
बड़ा दिन पुलिस इंस्पेक्टर
1997
प्राइवेट डिटेक्टिव इंस्पेक्टर ख़ान
1994
वादे इरादे
1991
एक डॉक्टर की मौत
1990
चाणक्य
दृष्टि राहुल
1989
कमला की मौत अजीत
1988
सलाम बॉम्बे
नामांकन और पुरस्कार
फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार
2008 – फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता पुरस्कार – लाइफ़ इन अ… मेट्रो
2004 – फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ खलनायक पुरस्कार – हासिल
नागरिक सम्मान
२०११ – पद्म पुरस्कार